दिल को रूला देने वाली एक सच्ची प्रेम कहानी
एक लड़का और एक लड़की थी
वे दोनो आपस मे प्यार करते
एक दिन लड़का उस लड़की से
कहता है क्या तुम शादी के
बाद मुझे भूल जाओगी । इस पर लड़की
कहतीं हैं ऐसा कभी नही होगा ,मेरी साँसे
रुक सकती हैं लेकिन तुम्हरे लिए मेरा प्यार
कभी कम नही होगा फिर धीरे-धीरे वक़्त
बीतता गया और लड़की के घर वाले उसके
लिए लड़का देखने लगे । जब लड़का को
यह बात पता चला तो वह पागल सा हो गया
वह जिससे वह बहुत प्यार करता था उस
लड़की के लिए अपने दिल में नफ़रत भर लिया ।
वह लड़का जान बुझ कर इस करता था जिससे
वह लड़की उससे नफरत करने लगे और ठीक
वैसा ही हुआ जैसा वो लड़का चाहता था। उस
लड़के ने इस किया की उस लडक़ी के दिल में
नफ़रत भर गया और लड़की उससे नफ़रत करने
लगी उस लडक़ी की शादी किसी और से तेए कर
देगी गई और वह अंदर ही अंदर बहुत दुःखी था
जिस दिन उस लड़की की शादी थी उसी दिन
उस लड़के ने उसकी छोटी बेहन को कॉल
किया और कहा मैं जो भी कहूँगा तुम उसको
फोन में रिकॉर्ड कर लेना । और जब तुम्हरी
बड़ी बेहन आए तो उसे यह रेकॉर्डिंग सुना देना
उस लड़की की शादी हो गई और वह शादी के
एक महीने बाद वो अपने मायके आ गई।
उसकी बेहन कहती हैं दीदी आपको कुछ
सुनाना हैं , वो लड़की हँस कर कहतीं हैं
क्या हैं जल्दी सुनाओ ।
जैसे ही वो उस लड़के की रिकॉडिंग,
ओं करती हैं उसमे से रोने की आवाज
आती हैं , वो अपने बेहन से कहतीं हैं ये
आवाज तो हर्ष की लग रही हैं ना । छोटी
लड़की कहती हैं दीदी जिस दिन आपकी
शादी थी उसी दिन हर्ष का कॉल आया था
वह बहुत रो रहा था आप खुद ही सुनिए वो
क्या कह रहा था फ़ोन की रेकॉर्डिंग चलने,
पे हर्ष रो-रो कर कह रहा था रीना मैं तुमसे,
बहुत प्यार करता हु और मैं जीते जी,
तुम्हारी शादी किसी और के साथ नही,
देख सकता । मैं तुमसे बहुत प्यार करता हू,
और मैं चाहता हू कि तुम अपनी जिंदगी,
मे आगे बढ़ो और जहाँ भी रहो हमेशा खुश रहो,मैं
तुम्हे कभी भुला नहीं सकता इतना कह म
कर फ़ोन कट जाता हैं , हर्ष की यह बात
सुनकर बहुत रोती हैं और अपनी बेहन
पे चिलाती हैं।
तुमने मुझे क्यू नहीं बताया जिस दिन हर्ष
का फ़ोन आया था छोटी बेहन जवाब देती है
मैं क्या करती दीदी मैं तो कसमों के धागे मे
बन्धी हुई थी । वह अपनी बेहन को उसी
नम्बर पे फ़ोन लगाने को कहती हैं जिससे
हर्ष का फ़ोन आया हुआ था । छोटी बेहन
पूछती हैं क्यों दीदी,वो अपने बेहन को जोर
से डांट देती हैं, छोटी बेहन हर्ष को फ़ोन
लगती हैं दूसरी तरफ फ़ोन उठता हैं - हेल्लो
, हेल्लो आँटी जी हर्ष कहाँ हैं ।
हर्ष की माँ रोने लगती हैं और कहतीं हैं की
अब हर्ष इस दुनिया मैं नही रहा वो यह सब
सुनकर चौक जाती हैं और पूछती हैं यह
कब हुआ और कैसे हुआ , पता नहीं कैसे
हर्ष ने अपने आप को जिंदगी से दूर कर लिया
कसम खा ली की किसी से भी शादी नही करेगा
। छोटी बेहन -आँटी कब की बात हैं , हर्ष की
माँ ने कहा - यह 19 मार्च की बात हैं बेटा।
यह सब सुनकर वो लड़की फ़ोन काट देती हैं ।
वो सारी बात अपनी बड़ी बेहन को बता देतीं हैं
और कहती हैं मेने हर्ष की बातो पे भरोसा
क्यो नहीं किआ। मेरा हर्ष आज मेरे से दूर
नही होता अगर मैं उसके बात पे भरोसा कर लेती
नोट:-
दोस्तों प्यार तो कभी भी हो सकता हैं
लेकिन सच्चा प्यार बहुत मुश्किल से
मिलता हैं । लोग दोस्त को जिंदिगी
समझते हैं और प्यार को अपना जीवन
जिसके सहारे वो अपने पूरे जिंदिगी को
अपने प्यार को नाम कर देते हैं । ये प्यार
दुनिया का वो virus हैं जो कभी भी कुछ
भी कर सकता हैं , इसीलिए प्यार ऐसे
इंसान से करो जो तुम्हारे फ़ीलिंग को
समझें और उसका क़दर करे ।
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